80+ Pita Ki Mrityu Par Shayari in Hindi | पिता की मृत्यु पर

Aaj hum aapko lekar aaye hain ek anokhi safar par, jahan shayari ki duniya milati hai pyare pitaji ke yaadon se.
Ji haan, aaj hum baat karenge ‘Pita Ki Mrityu Par Shayari’ ki, jismein chhupi hui bhavnayein aur anmol yaadein saamne aayengi.
Toh tayyar ho jaiye, aur saath mein chaliye in khoobsurat shayariyon ki duniya mein, jahan har lafz mein bassi hai ek gehri bhavna.

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मेरे पिता की मृत्यु एक खोज सा है, जिसमें मैं खुद को ढ़ूँढ़ नहीं सकता।
पिता के जाने से अजनबी सा लगता है जीवन, जैसे वो सबकुछ संभालकर ले गए हों।
उनके जाने के बाद मैंने अंतरिक्ष समझा, जहाँ उनकी अस्तित्व न थी, सिर्फ शून्यता थी।
उनकी मौत ने एक खामोशी बिखेर दी है, जिसमें उनकी आवाज़ भी सुनाई देती है।
पिता की मौत पर ये शेर बयां करते हैं, जैसे एक सच्चे पर्व की आवाज़ हो।
80+ Pita Ke Marne Ke Bad Shayari
जब पिता की आंखों में चमक बुझ जाती है, तो वो खेलने का मन बैठ जाता है।
मौत तो आई पिता जी को छूने, पर उनकी यादें हमें जीने की राह दिखाती।
पिता की मृत्यु से, सूखी हुई जिंदगी की शाखें, उनकी यादें संग हैं, जैसे खोयी हुई बातें।
पिता की मृत्यु ने छीना जीने का हौसला, फिर भी उनकी यादें देती हैं, जीने की उम्मीद।
पिता की मृत्यु ने छीनी हमसे हंसी, अब तो बस उनकी यादें हैं, जो हमें हंसाती।
पिता की मृत्यु का गम भरा हर लम्हा, यादें हैं उनकी, जो हमे जीने का सहारा देती।
पिता की मृत्यु का गम, दिल से नहीं जाता, उनकी यादें ही तो हैं, जो हमें जीने देती।
पिता की मृत्यु से जीवन बन गया सूना, उनकी यादें ही तो हैं, जो दिल को बहलाती।
पिता की मौत ने एक नया तर्जुबा सिखाया, जीने का जज्बा और मजबूत किया।
पिता की मृत्यु ने एक खामोशी छोड़ दी है, जिसमें उनकी बातें याद आती रहती हैं।
Pita Ki Mrityu Par Shayari in Hindi

अब उनके बिना घर में शोर नहीं है, जैसे मिट्टी का भाव ही गया हो।
पिता की मृत्यु ने एक सच्चाई को उजागर किया, जिसे शब्दों में कहना मुश्किल है।
जैसे संगीत में एक तार हट जाए, वैसे ही पिता की मौत ने जीवन से संगीत उठा लिया।
उनकी आवाज़ अब भी मन को छू जाती है, जैसे वो हर समय हमारे पास हों।
पिता की मौत ने एक कहानी छोड़ दी है, जिसमें उनकी ममता का स्पर्श छुपा है।
उनकी जरुरत अब महसूस होती है, जैसे अधूरा सफर किसी सपने का।
पिता की मौत के साए में, उनकी सलामती की दुआ मगन हूँ।
उनके जाने से मेरा पेड़ जड़ से उखड़ गया, जैसे अधूरी कहानी का अंत।
जैसे उनकी आँखों में सितारे थे, उनके जाने से सारा आकाश अंधेरा हो गया।
पिता का जाना मन को चीरता है, जैसे एक अविरल नदी का सूखना।
80+ Pita Ki Mrityu Par Shayari
उनकी मौत ने जैसे एक किताब बंद कर दी हो, जिसमें अदृश्य चित्र छिपे हों।
पिता की मृत्यु की जब खबर सुनी, जैसे जीवन की रौशनी ही छिन गई।

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पिता की मृत्यु ने दिया गहरा जख्म, जीने की उम्मीद अब कैसे भरी?
पिता, तुम्हारे बिना शामें सूनी, तुम्हारी याद मेरी रोह को छू जाती।
पिता की मृत्यु ने छुपाई सब खुशियाँ, अब तो बस उनकी याद दिल को बहलाती।
पिता की मृत्यु, जीवन का दर्दनाक सच, उनकी यादें ही अब हमें जीने का सहारा।
पिता की मृत्यु, जैसे समय ठहर गया, उनकी यादें ही अब जीवन की मिठास।
पिता की मृत्यु, जीवन का कर्णधार छूट गया, उनकी यादें ही अब मेरी दुनिया।
पिता की मृत्यु, आँसू बहाती है, उनकी यादों का संग ही अब मेरी खुशियाँ।
पिता, तुम्हारी मृत्यु ने छीना मेरा सब कुछ, अब तो बस तुम्हारी यादें हैं मेरी धरती।
Pita Ki Mrityu Par Shayari
पिता की मृत्यु, जीवन की कठिनाई, उनकी यादें ही अब मेरी चाहत।

पिता की मृत्यु, कैसा दुःखद समय, उनकी यादें ही अब मेरी आस्था।
पिता की मृत्यु ने छीनी मेरी मुस्कान, उनकी यादें ही अब मेरे लिए जीने की वजह।
पिता, तुम्हारी मृत्यु ने तोड़ दिया मेरा दिल, उनकी यादें ही अब मेरे जीने की रौशनी।
पिता की मृत्यु, सबसे बड़ा दुःख, उनकी यादें ही अब मेरी जीने की उम्मीद।
पिता, तुम्हारी मृत्यु ने छीन ली मेरी खुशियाँ, उनकी यादें ही अब मेरी जीने की आस्था।
पिता की मृत्यु, जैसे जीवन का अंत, उनकी यादें ही अब मेरी जीने की आशा।
पिता की मृत्यु, जीवन का सबसे बड़ा दर्द, उनकी यादें ही अब मेरी जीने की रौशनी।
पिता की मृत्यु, सबसे कठिन समय, उनकी यादें ही अब मेरे जीने की उम्मीद।
पिता, तुम्हारी मृत्यु ने छीन ली मेरी उम्मीद, उनकी यादें ही अब मेरी जीने की आशा।
80+ Baap Ke Marne Ke Baad Shayari | पिता की मृत्यु पर

जैसे उनके साथ गुजरे हुए पलों की खुशबू मुझे अब अकेलापन सिखाती है।
जैसे एक जीर्ण स्वर्गीय वन, उनके समय से मेरी दुनिया खाली सी लगने लगी है।
पिता की मृत्यु, जीने की इच्छा छीन गई, उनकी यादें ही अब हमें जीने की आशा देती।
पिता, तुम्हारे बिना जीवन सूना, उनकी यादें ही अब हमें जीने की राह दिखाती।
पिता, तुम्हारी याद हमें हर पल सताती, तुम्हारी मृत्यु ने हमारे जीवन को उजाड़ दिया।
उनकी यादें जैसे एक पुरानी चिट्ठी हैं, जिसके जलते कोनों से जीवन के रंग चिपके हैं।
उनका जाना मेरे अंतर को चुरा लिया है, जैसे स्वर्गीय सुंदरता का एहसास।
जैसे उनकी मीठी मुस्कान जीवन के रंग में ताजगी ला रही है, जैसे अदृश्य सिर रमणी।
उनकी यादें जैसे एक आईना हैं, जिसमें मैं अपने असली रूप को देख पा रहा हूँ।
पिता की मौत ने मेरे अंदर एक नया संगीत जगाया है, जैसे कोई खोया हुआ सुरज।
Pita Ki Mrityu Par Shayari in Hindi | पिता के जाने के बाद
उनकी यादें जैसे एक प्याला हैं, जिसमें सपनों का रंग भरा है, जैसे विचारों की सम्पदा।
उनकी यादें जैसे एक अतुलनीय संगीत हैं, जो मेरे दिल की सभी स्तरों तक पहुंचता है।
जैसे उनकी स्नेहभरी बातें मेरे कानों में गूंज रहीं हैं, जैसे एक अमूल्य गाना।
पिता की मौत ने मेरे विचारों को एक नया रास्ता दिखाया है, जैसे एक विरामगाथा।
पिता की मौत ने सिखाया हमें रक्षा करना, उनकी अनमोल यादों में हमें खो जाना।

अब उस व्यक्ति की जरूरत किसे है, जिसने खुशियों का लिया हर ग़ाम।
आंसू हो चुके हैं सूख, शव के आगे कहीं भी, मगर वो व्यक्ति भूली नहीं जा सकता।
जब जलती है मशाल पिता की यादों से, तो सड़ जाती है दुनिया की हर चिराग़।
पिता जैसा कोई नहीं सकता, वो थे संगीन, सहारा, विश्वास।
उनके बिना जिंदगी अधूरी सी लगती है, सपने बेबस साथ छोड़ आती हैं।
80+ Pita Ki Mrityu Par Shayari | पिता की मृत्यु पर
पिता की मृत्यु ने मानो दुनिया से रिश्तों की हालत खराब कर दी है।
आंखों में आंसू, दिल में दर्द, जिंदगी बिन वो पिता ख़ाली सी लगती है।
जब समुद्र अपनी लहरें उठाता है, तो मन का तूफ़ान उनकी यादों में बह जाता है।
पिता के साथ गुज़री हर एक पल की यादों में, उनकी अद्भुतता का ज्ञान हो जाता है।

पिता की मृत्यु ने छीना हमसे सहारा, दर्द उसकी आँखों में छुपा बैठा।
पिता की विदाई में छुपा है, अनगिनत सपनों का हारा।
वो साया न रहा अब मेरे संग, चिरकाल उसकी यादें बनीं रहेंगी।
धीरे-धीरे अपने संगीत की धुन भी, खामोशी में ढली चली जाएगी।
पिता की अपेक्षा में न कहलाना, न राह पे घुटने टेकना।
धरती पर तो उसकी मोहब्बत अब भी, विलीन है जैसे वो कहीं भी।
Pita Ki Maut Par Shayari | पिता की मौत पर शायरी
एक खोया-हुआ सपना है अब मेरा, जिन्दगी के रास्ते अब अकेला हूँ मैं।

जीवन की ये कठिनाएं, किसी और से कही नहीं सुलझाई जा सकती।
पिता की मृत्यु ने छीनी सारी खुशियाँ, अकेले जीवन के साथ पथरीली ज़िन्दगी आ गई।
पिता की मृत्यु ने छीना हर सपना, अब इकलौते बिसरा हुआ बाप का साया।
खोया हुआ सीना, अजनबी दुनिया में बहुत है, उसकी आवाज में गुड़गुड़ाहट है।
सपनों और अपेक्षाओं का संग्रह छिन गया, पिता की मृत्यु ने जीवन को झकझोर दिया।
Toh kaisa laga aapko yeh safar pyare pitaji ke saath?
Hum ummeed karte hain ki aapko mila woh anokha anubhav aur bhariyaan yaadein.
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