90+ 31 December Sad Shayari in Hindi | वर्ष के आखिरी दिन

31 December Sad Shayari in Hindi

Namaskar dosto! Kya aap taiyaar hain 31 December ke aakhri din ko aise shabdon mein vyakt karne ke liye jo aapke dil ko chu jaye? Aaie, saath milkar manayein naye saal ki shuruaat aur purane saal ki yaadon ko ek naye andaz mein sajayein.

Iss blog post mein hum lekar aaye hain 90+ 31 December sad shayari in hindi, jo aapke ehsaas ko gehraai tak chhoo jayegi.

Toh chaliye, shuru karein aur apne dil ki baaton ko shayari ke roop mein vyakt karein, kyunki har shabd kuch keh jaata hai, bas zarurat hai unhe sun’ne ki. Aaiye, saath mil kar iss anokhi kahani mein rang bhar dein.

31 दिसम्बर की रात को तन्हाई ने जब बुलाया, उन खोये हुए सपनों ने फिर से सताया।

31 December Sad Shayari in Hindi

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रातें गुजरती हैं, 31 दिसम्बर के साथ, खोयी हुई मोहब्बतों की यादें दिल में बसी हैं।

एक छोटा सा पल, एक छोटी सी बात, आज 31 दिसंबर है, दिल में गहरा दर्द साथ।

सोचता हूँ इस बरस कुछ खा के पी लूँ, 31 दिसंबर आया, इस दर्द का आख़िरी दिन है।

सितारों की चमक, रात की ठंडक, 31 दिसंबर में छुपा है अलविदा का एहसास।

90+ 31 December Sad Shayari

इस दिन को आने से पहले सोचा न था, 31 दिसंबर बिना कुछ कहे चला आया।

खोये हुए लम्हों का है ये आख़िरी सफर, 31 दिसंबर ने ले गया मेरा सब कुछ चीन कर।

धुंध में छिपता एक मिठा सा दर्द, 31 दिसंबर के संग अंधेरा आँसुओं से भरा।

बिना कुछ कहे छुपाना आता तो सिख गया हूँ, आज 31 दिसंबर को ज़िंदगी ने सिखा दिया हूँ।

कभी खुश थे, कभी ग़म के सहारे, 31 दिसंबर के दिन लगता है कुछ ज़्यादा ही काला सवेरा।

जाने क्यों लगता है 31 दिसंबर को, जैसे नया साल आने की मांग हो सीने में।

सन्नाटे से भरा हुआ एक अजीब सा दर्द, 31 दिसंबर ने छीन लिया है मन का चैन।

गुज़रे हुए समय की यादें धुंआ हो गईं, 31 दिसंबर का आज खोजता हूँ मैं।

छुपे अल्फाज़, छुपी बातें, 31 दिसंबर की रात लगती है बहुत सुनीली।

अंधेरा छानने का एक नया तरीका है, 31 दिसंबर में छुपा हुआ दुःख की कहानी है।

90+ 31 December Sad Shayari in Hindi

खंडहर सा मन, खामोश आँखें, 31 दिसंबर की रात ने छीन लिया है मेरी खुशियों को।

तनहाई में छुपा हुआ दर्द समझ नहीं आता, 31 दिसंबर की रात जैसे भर आई है उदासी में।

90+ 31 December Sad Shayari in Hindi

खत्म होने की भावना में ज़िंदगी, 31 दिसंबर ने अजीब सी गहराईयाँ दिखाईं।

बुझी हुई चिराग़ की तरह, 31 दिसंबर के दिन धीरे-धीरे बुझ रहा हूँ।

गुज़रे हुए समय की यादों का पर्व, 31 दिसंबर ले गया साथ ये अल्विदा की दहाड़ है।

एक अंधेरे में गुमसुम खड़ी हूँ, 31 दिसंबर की रात ने दिल को दर्द सिखाया।

साथ थे, अब अकेला हूँ, 31 दिसंबर ने एहसासों को पीड़ित किया।

सपनों के जज़्बात अब मुर्झाए, 31 दिसंबर में छुपी हुई ख्वाहिशें निर्जन हो गईं।

रात की चुप्पी, मन की उदासी, 31 दिसंबर ने छीन लिए होंठों से मुस्कान।

छिपे अल्फ़ाज़, अंधेरी रातें, 31 दिसंबर की छूटी हुई सुबह को सलाम।

31 December Sad Shayari

मिले थे कभी, अब अलग हैं, 31 दिसंबर ने छीन लिया है सहेलियों की मुस्कान।

धुंधलाई सी मुस्कान, उदास नज़रें, 31 दिसंबर का अलविदा रिश्तों का संगीन।

31 December Sad Shayari

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जीने की चाहत में जी रहा था, 31 दिसंबर ने बस जीने की आदत छूनी।

कुछ अज़ीज सा मिलता-जुलता हमसफ़र, 31 दिसंबर में बस अज़ीजी की यादें हैं।

आँसुओं से भरी मेरी आँखों में, 31 दिसंबर का आज चाँदनी से गहरा रिश्ता।

सन्नाटे से भरी हुई ये रात, 31 दिसंबर का जुआ कुछ खास है।

टूटी हुई इक ख्वाब की तस्वीर, 31 दिसंबर के दिन हमें याद आती है।

मीठा सा सफर, कटी हुई रातें, 31 दिसंबर ने छीना है ये लम्हे संग जाती हुई बातें।

ख्वाबों की रानी अब खो गई, 31 दिसंबर जैसे कोई खोया ख़जाना है।

वो सारे ख़ुबसूरत लम्हे, 31 दिसंबर के जाने से पहले आखरी बार किए लम्हों के ज़िक्र है।

31 December Shayari in Hindi

31 December Sad Shayari in Hindi

दर्द भरी यादों की लहर, 31 दिसंबर की छूटी हुई रात की स्मृति।

वक़्त की रौनक, ख़ामोशी सा, 31 दिसंबर में छुपी हुई इक अज़ीज याद है।

खोया हुआ सपना, डूबती ख्वाहिश, 31 दिसंबर की रात में दिल का दर्द छिपा है।

ख्वाबों की तलाश, दर्द की पहचान, 31 दिसंबर ने ले गई है साथ ख़्वाबों की बेपरवाही।

समय की भावना, लम्बी सी तकिया, 31 दिसंबर का आख़िरी सपना सुलभ लगता है।

धुएं सी धुप, बुजी हुई रातें, 31 दिसंबर के दिन में थोड़ी सी भी सूझन नहीं है।

छुपी सी खुशी, बिखरी हुई आँखें, 31 दिसंबर ने छिन ली है सब कुछ जैसे।

उदास मौसम का एक अजीब सा गीत, 31 दिसंबर ने बना दिया है दिल में छल्ला।

धुंधलाई रातें, कुछ सपने अधूरे, 31 दिसंबर की चारदीवार के पीछे कहानियों की तलाश।

खोये हुए सपनों की छाओं में, 31 दिसंबर की सांसों में आज भी उन्ही दर्द चुपा है।

90+ 31 December Sad Shayari | वर्ष के आखिरी दिन

मुजरिम सी ख़ुशी, कटी हुई रातें, 31 दिसंबर का आज कुछ भी सामान्य नहीं है।

90+ 31 December Sad Shayari वर्ष के आखिरी दिन

जो गुम हो गए, जो जा रहे हैं, 31 दिसंबर ने छीन लिए हमसे हमारे लम्हे।

छिपे ख्वाब, भूले हुए सपने, 31 दिसंबर की इस रात में कुछ अजीब सी महक है।

एक ख़ामोश रात, एक उदासी सा गीत, 31 दिसंबर की यादों में भरी हुई जीवन की भीख।

कुछ भुली हुई बातें, कुछ नयी ख़्वाहिशें, 31 दिसंबर की रात के साथ लिए जा रही हैं।

छुपे अरमान, नज़रें ढूँढ रहीं हैं तुम्हें, 31 दिसंबर की रात ने छीन लिए हमसे हमारे सपने।

धुएं सी रात, भुली हुई ख्वाहिशें, 31 दिसंबर की यादों से अब दिल ठंडा हो गया है।

जो चमकते थे, वो गुम हो गए, 31 दिसंबर के दिन ने बेनूर दिल समेट लिया है।

खोये हुए सपनों की डगर, 31 दिसंबर की चाँदनी में खोये हुए सपनों की लापरवाही।

बसी नींद, ढली रातें, 31 दिसंबर ने छीन लिए हमसे सपनों की नींद।

90+ 31 December Sad Shayari in Hindi | वर्ष के आखिरी दिन

भटकी हुई सोचें, भूली हुई यादें, 31 दिसंबर की रात ने छीनी हुई शांति।

गुमसुम रातें, चुंबकी सी धड़कनें, 31 दिसंबर का आज कुछ अलग अंदाज़ है।

90+ 31 December Sad Shayari in Hindi वर्ष के आखिरी दिन

भूली हुई बातें, कटी हुई रातें, 31 दिसंबर के रात्रि में चिमटा रहेगां।

सितारों की चमक, रात की ठंडक, 31 दिसंबर का आज हमेशा याद रहेगा।

यादों में बसे हुए सपने, खोए हुए ख्वाब, 31 दिसंबर ने हमेशा के लिए निवार दी है।

छिपें अरमान, भटकी हुई यादें, 31 दिसंबर की यादें हमेशा के लिए भूल नहीं सकेंगी।

जो साथ थे, वो खो गए, 31 दिसंबर ने हमें एक नए अरमान देने की साजिश बनाई है।

बिना बोले जज़्बात, डूबती रातें, 31 दिसंबर की रात ने हमें अजनबीता का एहसास कराया है।

गुम हुई सपने, थकी हुई रातें, 31 दिसंबर की यादें ने हमें एक नए अंधेरे में लेजाया है।

मृत्यु सी चाँदनी, सूनी सी रातें, 31 दिसंबर की यादों ने हमें उत्कृष्टता की महत्वता सिखाई है।

31 December Sad Shayari | वर्ष के आखिरी दिन

छिपे हुए अरमान, गुम हुई बातें, 31 दिसंबर ने हमें आने वाले वक्त के लिए तैयार किया है।

एक साल और गुजरने को तैयार था, पर ख्याल आता है, वक्त कैसे बीत गया।

कल से अलविदा कहने का वक़्त आया, गुजरे पलों को दोबारा जीने का वक़्त आया।

31 December Sad Shayari वर्ष के आखिरी दिन

कुछ यादें चिपके हैं दिल के तकीयों से, जिन्हें रोज देखने का इंतज़ार रहा।

दिल में ख़ामोशी, आँखों में आँसू, कुछ खामोश लम्हे, कुछ बे-बाक इत्तेफाक।

बीती बातों की यादों में डूबा है दिल, एक और साल बिताने को लेकर लौट मत आना।

आख़िरी दिन आया है, कल की तरह हर रोज़, ज़िन्दगी के नए सफ़र में आधे अंदर हो चले।

रात की तन्हाई में भावनाओं का जज़्बा, खुद से कहना है, मुश्किलों का हिसाब।

इंतेज़ार रहेगा नये साल का, कोई उम्मीद है कि खुशियाँ लायेगा जिन्दगी।

आख़िरी पदवी साल की, एक आँसू भी कम नहीं, दुख, सुख, मुसीबत, सब कुछ साथ लाया है।

31 December Sad Shayari in Hindi | वर्ष के आखिरी दिन

खो रहा है साल, भरकर ख्वाबों की किताब, नए सन्देशों की और बढ़ रहा है क़दम।

कभी कभी ऐसा लगता है, साल का खेल गया, कुछ अनजान ख्वाबों में हम सब खो गए।

31 December Sad Shayari in Hindi वर्ष के आखिरी दिन

खुशियों का सफ़र बेहद खूबसूरत हो, और दुख की राहें कठिन जरूर हो।

नया साल आने में कुछ ही घंटे बाकी हैं, खाने-पीने को संबोलते-हुए साल के आखिर में।

दिल धड़कता है, लम्बी रात के डर से, कल से होगा कुछ अजीब नया शुरू।

आंसुओं से सजी है रात की तन्हाई, साल का आख़िरी पल, खुशी का नामी खुली किताब।

कुछ उम्मीद रखते हैं, नए साल से, खुशियों की ताज़ा लहर, दुखों की छुोटी रेत।

समय का सवाल है, वक्त कैसे बीत गया, 31 दिसम्बर की यादें, दिल में ताज़गी लेकर आया।

खोए ख्यालों के साए में बिती 31 दिसंबर, साल गुजर गया, दिल में छूट सी छा गई।

भीगी रात की सुनसान यादों में गुम है, 31 दिसंबर की रात भी अब खुशियों से रही वंचित।

Sad Shayari in Hindi

अब तो 31 दिसंबर की रात भी खामोश है, लम्बी रातें, टूटी यादों की धज में जूझ रही है।

दरिया की लहरों में 31 दिसंबर बीती, आंसुओं से भरी रात, यादों से हरी रात।

Sad Shayari in Hindi

धुंधली रात की चादर ओढ़कर, आँसू से भरी आँखों में 31 दिसंबर बीती।

तन्हाई से भरी 31 दिसंबर की रात, खोए हुए ख्वाबों में है अब सब कुछ छुपा।

धीरे-धीरे बीतती जा रही है 31 दिसंबर की रात, दिल में छलक रही है बेताबी की बात।

इस ठंडी रात में 31 दिसंबर की मीठी यादें, दिल को छू गई है और भी गहराईयां।

31 दिसंबर की धज में छुपी है सच्चाई की आस, दर्द की गहराइयों में समा हुआ है ये रात।

31 दिसंबर की रात में छुपी है दर्द की कहानी, अब बस इन यादों की चंदनी।

Dosto, yeh the kuch khaas aur dil ko choo lene wale shabdon ki bharmaar, jo 31 December ke mahol ko aur bhi khaas bana denge. Hum ummeed karte hain ki aapko hamari yeh chhoti si koshish pasand aayi hogi.

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Veer Rathod

Namaste! Mera naam hai Veer Rathod aur main yahaan lekar aaya hoon ek anokha blend, ek fusion of attitude aur shayari. Mera maksad hai aapke dil mein jagah banane ka, aur issi liye main likhta hoon dilon ko chhoo lene wali shayari. Mere shabd sidhe dil tak jaate hain aur wahaan prabhav chhod jaate hain, jaise goliyon ki awaaz. DonShayari.in hai woh platform, jahaan main apne dil ki awaaz ko, apne fearless attitude ko, aur shabd ki shakti ko aap sab ke saath baant sakta saku. Toh, mere pyaare don bhaiyon aur beheno, aap sabko DonShayari.in par swagat hai. Yahaan milenge shayari ke don, attitude ke pujari, aur shabd ke rangbaaz.

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